चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो सांसों में मेरी खुशबु बन के बिखर Admin सांस पर शायरी, प्रेम << हम जिनके दीवाने है वो गैर... नासमझ तो वो ना थे इतना >> चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते होसांसों में मेरी खुशबु बन के बिखर जाते होकुछ यूँ चला है तेरे 'इश्क' का जादूसोते जागते तुम ही तुम नज़र आते हो . Share on: