नासमझ तो वो ना थे इतना Admin गमों की शायरी, प्रेम << चुपके से आकर इस दिल में उ... जब भी उनकी गली से गुज़रता... >> नासमझ तो वो ना थे इतना..के प्यार को हमारे समझ ना सके..पेश किया दर्द-ए-दिल हमने नगमों मे..उसे भी वो सिर्फ “शेर” समझ बैठे.. Share on: