इश्क़ और दोस्ती मेरी ज़िन्दगी के दो जहाँ है इश्क़ मेरा रूह तो दोस्ती मेरा इमां है इश्क़ पे कर Admin ज़िन्दगी और मौत शायरी, प्रेम << कुछ दूर हमारे साथ चलो तुझको पाना तुझको खोना ब... >> इश्क़ औरदोस्ती मेरी ज़िन्दगी केदो जहाँ हैइश्क़ मेरा रूहतो दोस्ती मेरा इमां हैइश्क़ पे कर दूँफ़िदा अपनी ज़िन्दगीमगर दोस्ती पे तो मेरा इश्क़भी कुर्बान है Share on: