तुझको पाना तुझको खोना बस इसी उलझनों में ज़िन्दगी सिमट गई है !ज़िन्दगी का मज़ा तो पहले था , हर पल ख़ुशी होती थी ,हर लम्हा सपनो का सागर होता था ,शायद बिता हुआ कल ही ठीक था ,लोगो को अक्सर कहते सुना था की थोड़ी सी ख़ुशी की चाह में ज़िन्दगी गवा बैठा हूँ ,तब यकीन नहीं होता था की सच्चाई क्या है ??आज खुद के दिल पर चोट लगा तो पता चला की असल ज़िन्दगी क्या है !!