जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ Admin गुजराती शायरी वीडियो, प्रेम << नासमझ तो वो ना थे इतना कभी उसको नजरअंदाज न करो ज... >> जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ,मेरी आंखें एक दस्तक दे देती है,दुःख ये नहीं, वो दरवाजा बंद कर देते है,खुशी ये है, वो मुझे अब भी पहचान लेते हैं Share on: