खाली खाली न यूँ दिल का मकां रह जाये तुम गम-ए-यार से कह दो Admin भरोसा पर शायरी, प्रेम << दर्द जब आंसुओं में ढल जाए... नज़रे न होती तो नज़ारा न हो... >> खाली खाली न यूँ दिल का मकां रह जायेतुम गम-ए-यार से कह दो, कि यहां रह जायेरूह भटकेगी तो बस तेरे लिये भटकेगीजिस्म का क्या भरोसा ये कहां रह जाये Share on: