नज़रे न होती तो नज़ारा न होता Admin नानी शायरी, प्रेम << खाली खाली न यूँ दिल का मक... बन के अजनबी मिले थे जिन्द... >> नज़रे न होती तो नज़ारा न होता,दुनिया मैं हसीनो का गुज़ारा न होता,हमसे यह मत कहो की दिल लगाना छोड़ दे,जा के खुदा से कहो हसीनो को बनाना छोड़ दे.. Share on: