मेरे अल्फाज़ों को झूठ ना समझना Admin बेवफा शायरी 2017, प्रेम << सर्द रातों को सताती है जु... अपनी निगाहों से ना देखिये... >> मेरे अल्फाज़ों को झूठ ना समझना,याद आती हो बहुत मिलने की दुआ करना,जी रहा हूँ तुम्हारा नाम लेकर,मर जाऊ तो बेवफा ना समझना Share on: