सर्द रातों को सताती है जुदाई तेरी Admin गाय पर शायरी, प्रेम << बागो - बहारो में तुम ही अ... मेरे अल्फाज़ों को झूठ ना ... >> सर्द रातों को सताती है जुदाई तेरीआग बुझती नहीं सीने में लगाई तेरीजब भी चलती हैं हवाएंबहुत परेशान करती है यह तन्हाई मेरी। Share on: