यू तो अल्फाज नही हैं आज मेरे पास मेहफिल में सुनाने को Admin जख्म भरी शायरी, प्रेम << वो कहते हैं हम जी लेंगे ख... जो इस दुनियाँ में नहीं मि... >> यू तो अल्फाज नही हैं आज मेरे पास मेहफिलमें सुनाने को,खैर कोई बात नही, जख्मों को ही कुरेददेता हूँ। Share on: