कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी Admin बेवफा शायरी पिक, बेवफ़ाई << एक अनुभव तो मुझे भी हो गय... जिस किसीको भी चाहो वोह बे... >> कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी,बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी.. Share on: