वो बेवफा हमारा इम्तेहा क्या लेगी… Admin बेवफा शायरी पिक, बेवफ़ाई << जिस किसीको भी चाहो वोह बे... आंसुओं की किम्मत क्या है >> वो बेवफा हमारा इम्तेहा क्या लेगी…मिलेगी नज़रो से नज़रे तो अपनी नज़रे ज़ुका लेगी…उसे मेरी कबर पर दीया मत जलाने देना…वो नादान है यारो… अपना हाथ जला लेगी. Share on: