दी क़सम वस्ल में उस बुत को ख़ुदा की तो कहा Admin यादें << याद उसकी अभी भी आती है मुझ को शिकस्त-ए-दिल का मज़... >> दी क़सम वस्ल में उस बुत को ख़ुदा की तो कहातुझ को आता है ख़ुदा याद हमारे होते।वस्ल = मिलन Share on: