रिश्ता ऐसा हो जिस पर नाज़ हो Admin नाज़ शायरी, रिश्ते << जहाँ याद न आये तेरी वो तन... दुनिया में याद बड़ी खास हो... >> रिश्ता ऐसा हो जिस पर नाज़ हो,कल जितना भरोसा था उतना ही आज होरिश्ता सिर्फ़ वो नही जो ग़म या ख़ुशी में साथ दे,रिश्ते वो हैं जो अपने पन का एहसास दें। Share on: