बैठे हैं दिल में ये अरमां जगाये Admin यारो कि शायरी, शराब << पीने से कर चुका था मैं तौ... ऐ ज़ौक़ देख दुख़्तर-ए-रज़... >> बैठे हैं दिल में ये अरमां जगायेकि वो आज नजरों से अपनी पिलायेंमजा तो तब है पीने का यारोइधर हम पियें और नशा उनको आये। Share on: