जिस मोड़ पे तू मिल गई वहां एक नई राह खुल गई तू नए किरण की Admin शायर पर शायरी, हुस्न << दिल की जितनी भी परेशानी ह... लोग कहते हैं कि इश्क इतना... >> जिस मोड़ पे तू मिल गई वहां एक नई राह खुल गईतू नए किरण की बहार है अब रात भी मेरी ढल गईमेरा इश्क भी, तेरा हुस्न भी गजलों में आके घुल गईमेरी शायरी की किताब तू कभी खो गई, कभी मिल गई Share on: