चुप ना होगी हवा भी Admin तेरा हुस्न शायरी, हुस्न << I गम की एक दीवार खड़ी है ... क्यों तुम मेरे ख्यालों मे... >> चुप ना होगी हवा भी, कुछ कहेगी घटा भी,और मुमकिन है तेरा, जिक्र कर दे खुद़ा भी।फिर तो पत्थर ही शायद ज़ब्त से काम लेंगे,हुस्न की बात चली तो, सब तेरा नाम लेंगे। Share on: