दरवाजा न सही Admin उंगली शायरी, Dard << हमारी कद्र उनको होगी तन्ह... जिसको आज मुझमें हज़ारों ग... >> दरवाजा न सही, खीडकी तो खोल दे जालिम...उंगलियां सुझ गई हैं तेरे दिल पे दस्तक देते देते.. Share on: