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अब तक दिल-ए-ख़ुश-फ़हम को तुझ से हैं उमीदें

अब तक दिल-ए-ख़ुश-फ़हम को तुझ से हैं उमीदें

ahmad-faraz

आज हम दार पे खींचे गए जिन बातों पर

आज हम दार पे खींचे गए जिन बातों पर

ahmad-faraz

उस को जुदा हुए भी ज़माना बहुत हुआ

उस को जुदा हुए भी ज़माना बहुत हुआ ...

ahmad-faraz

था कोई या नहीं था जो कुछ था

था कोई या नहीं था जो कुछ था ...

ahmad-faraz

मंज़िलें एक सी आवारगियाँ एक सी हैं

मंज़िलें एक सी आवारगियाँ एक सी हैं ...

ahmad-faraz

कल हम ने बज़्म-ए-यार में क्या क्या शराब पी

कल हम ने बज़्म-ए-यार में क्या क्या शराब पी ...

ahmad-faraz

जुज़ तिरे कोई भी दिन रात न जाने मेरे

जुज़ तिरे कोई भी दिन रात न जाने मेरे ...

ahmad-faraz

गुफ़्तुगू अच्छी लगी ज़ौक़-ए-नज़र अच्छा लगा

गुफ़्तुगू अच्छी लगी ज़ौक़-ए-नज़र अच्छा लगा ...

ahmad-faraz

शाख़-ए-अरमाँ की वही बे-सब्री आज भी है

शाख़-ए-अरमाँ की वही बे-सब्री आज भी है ...

ahmad-azimabadi

मिरे लिए तिरा होना अहम ज़ियादा है

मिरे लिए तिरा होना अहम ज़ियादा है ...

ahmad-ata

वो मिरी जुराअत-ए-कमयाब से ना-वाक़िफ़ हैं

वो मिरी जुराअत-ए-कमयाब से ना-वाक़िफ़ हैं ...

ahmad-ashfaq

उन की हर बात ही उर्दू में सनद है हद है

उन की हर बात ही उर्दू में सनद है हद है ...

ahmad-aqeel

मोहब्बत को रिया की क़ैद से आज़ाद करना है

मोहब्बत को रिया की क़ैद से आज़ाद करना है ...

ahmad-ameer-pasha

अनमोल रतन

अब न छूटेगा कभी सात जनम का बंधन ...

ahmad-alvi

चमन में आमद-ए-रंगीनी-ए-नुमू कहिए

चमन में आमद-ए-रंगीनी-ए-नुमू कहिए ...

ahmad-adil

बस हर इक रात यही जुर्म किया है मैं ने

बस हर इक रात यही जुर्म किया है मैं ने ...

ahmad-adil

चलेगा नहीं मुझ पे फ़ुक़रा तुम्हारा

चलेगा नहीं मुझ पे फ़ुक़रा तुम्हारा ...

agha-shayar-qazalbash

सू-ए-मय-कदा न जाते तो कुछ और बात होती

सू-ए-मय-कदा न जाते तो कुछ और बात होती ...

agha-hashr-kashmiri

चोरी कहीं खुले न नसीम-ए-बहार की

चोरी कहीं खुले न नसीम-ए-बहार की ...

agha-hashr-kashmiri

उड़ कर सुराग़-ए-कूचा-ए-दिलबर लगाइए

उड़ कर सुराग़-ए-कूचा-ए-दिलबर लगाइए ...

agha-hajju-sharaf
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