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जुम्बिश में ज़ुल्फ़-ए-पुर-शिकन एक इस तरफ़ एक उस तरफ़
जुम्बिश में ज़ुल्फ़-ए-पुर-शिकन एक इस तरफ़ एक उस तरफ़ ...
हो गए मुज़्तर देखते ही वो हिलती ज़ुल्फ़ें फिरती नज़र हम
हो गए मुज़्तर देखते ही वो हिलती ज़ुल्फ़ें फिरती नज़र हम ...
कभी तुम ने कुछ तो दिया नहीं कभी हम ने कुछ तो लिया नहीं
कभी तुम ने कुछ तो दिया नहीं कभी हम ने कुछ तो लिया नहीं ...
याद क्या क्या लोग दश्त-ए-बे-कराँ में आए थे
याद क्या क्या लोग दश्त-ए-बे-कराँ में आए थे ...