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तिरे वास्ते जान पे खेलेंगे हम ये समाई है दिल में ख़ुदा की क़सम

तिरे वास्ते जान पे खेलेंगे हम ये समाई है दिल में ख़ुदा की क़सम ...

agha-hajju-sharaf

सलफ़ से लोग उन पे मर रहे हैं हमेशा जानें लिया करेंगे

सलफ़ से लोग उन पे मर रहे हैं हमेशा जानें लिया करेंगे ...

agha-hajju-sharaf

रहा करते हैं यूँ 'उश्शाक़ तेरी याद ओ हसरत में

रहा करते हैं यूँ 'उश्शाक़ तेरी याद ओ हसरत में ...

agha-hajju-sharaf

जिन पत्थरों को हम ने अता की थीं धड़कनें

जिन पत्थरों को हम ने अता की थीं धड़कनें

afzal-minhas

ज़ख़्म सीते हुए मुस्कुराते हुए

ज़ख़्म सीते हुए मुस्कुराते हुए ...

afzal-ali-afzal

मकान-ए-ख़्वाब में जंगल की बास रहने लगी

मकान-ए-ख़्वाब में जंगल की बास रहने लगी ...

afzaal-naveed

इक धन को एक धन से अलग कर लूँ और गाऊँ

इक धन को एक धन से अलग कर लूँ और गाऊँ ...

afzaal-naveed

रौशनी

पीले घर सब्ज़ पेड़ नीले पहाड़ ...

aftab-shamsi

सभी बिछड़ गए मुझ से गुज़रते पल की तरह

सभी बिछड़ गए मुझ से गुज़रते पल की तरह ...

aftab-shamsi

जो दिल में है वही बाहर दिखाई देता है

जो दिल में है वही बाहर दिखाई देता है ...

aftab-shamsi

विसाल-ए-यार में हैं सर-ख़ुशाँ गुलाब के फूल

विसाल-ए-यार में हैं सर-ख़ुशाँ गुलाब के फूल ...

aftab-ranjha

रात आती है तो बाज़ार से लग जाते हैं

रात आती है तो बाज़ार से लग जाते हैं ...

aftab-ranjha

महफ़िल में बार बार जो हम पर नज़र गई

महफ़िल में बार बार जो हम पर नज़र गई ...

aftab-ranjha

कुछ न कुछ इस सर-ज़मीं पर ना-गहाँ होना ही था

कुछ न कुछ इस सर-ज़मीं पर ना-गहाँ होना ही था ...

aftab-ranjha

कभी दिल में उतर जाना कभी दिल से उतर जाना

कभी दिल में उतर जाना कभी दिल से उतर जाना ...

aftab-ranjha

जो हो नसीब तो गिर्दाब से निकल जाऊँ

जो हो नसीब तो गिर्दाब से निकल जाऊँ ...

aftab-ranjha

हम से अफ़्साने मोहब्बत के सुनाए न गए

हम से अफ़्साने मोहब्बत के सुनाए न गए ...

aftab-ranjha

हो जो मुमकिन तो गया वक़्त बुलाऊँ वापस

हो जो मुमकिन तो गया वक़्त बुलाऊँ वापस ...

aftab-ranjha

एहसास से 'आरी हैं वो अंदर से ज़ियादा

एहसास से 'आरी हैं वो अंदर से ज़ियादा ...

aftab-ranjha

दिल को दिल से एक दिन आख़िर जुदा होना ही था

दिल को दिल से एक दिन आख़िर जुदा होना ही था ...

aftab-ranjha
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