कुछ राज हैँ जो हम बता नही पाते कुछ आंसू है जो हम छुपा नही पाते एक हम बदनसीब Admin बदनसीब शायरी इन हिंदी, Dard << नज़र का मिलना भी चंद बूँदे क्या बरसी बरसात... >> कुछ राज हैँजो हम बता नही पातेकुछ आंसू हैजो हम छुपा नही पातेएक हम बदनसीब हैँचो आपको याद तक नहीऔर एक आप खुशनसीब है जिन्हे हम भूला नही पाते . Share on: