आए हो तो मर्ज़ी से तुम जा सकते हो और चाहो तो मुड़ कर वापस आ सकते हो दूर उदासी करनी हो तो शौक़ से तुम कमरे में मेरी तस्वीर लगा सकते हो ये अंधों का खेल है प्यारे तुम इस में बा-आसानी हर किरदार निभा सकते हो आड़ी-तिरछी चंद लकीरें खींच के तुम काग़ज़ पर कोई शहकार बना सकते हो मैं ने जो कुछ कहना था सब कह डाला या'नी अब तुम अपनी बात सुना सकते हो