अहद-ए-जुनूँ में अर्सा-ए-वहशत गुज़ारना जैसे शब-ए-विसाल में फ़ुर्क़त गुज़ारना जाना सुराग़-ए-जौहर-ए-तख़्लीक़ ढूँडने और उस के बा'द आलम-ए-हैरत गुज़ारना करना हयात पहलू-ए-ऐवान-ए-दर्द में रोज़ाना एक रोज़-ए-क़यामत गुज़ारना अब तक तो है उरूस बदन के नसीब में ज़ुल्फ़ों पे ख़ाक डालना इद्दत गुज़ारना जीवन सज़ा-ए-मौत से पहले का खेल है सब को है ये मिली हुई मोहलत गुज़ारना 'आकाश' दौर-ए-जब्र-ओ-मशक़्क़त है चार दिन फिर ता-अबद सुकून की हालत गुज़ारना