अहवाल मिरा पूछने आते भी नहीं हैं किस हाल में ख़ुद हैं ये बताते भी नहीं हैं वैसे तो बसाते ही नहीं दिल में किसी को पर जिस को बसाया है भुलाते भी नहीं हैं हम मिलते नहीं उन से ये उन को है शिकायत और ख़ुद वो मोहब्बत से बुलाते भी नहीं हैं चाहे न बुलाना तो न बुलवाए वो लेकिन यूँ ख़ुद से मगर दूर भगाते भी नहीं हैं दिल से मैं किया करता हूँ उन लोगों की इज़्ज़त जो नेकियाँ करते हैं जताते भी नहीं है उन को भी सदा मुझ से मोहब्बत का है दावा होंटों पे मिरा नाम जो लाते भी नहीं हैं जिन तौर तरीक़ों को वफ़ा कहते हैं अब लोग वो तौर तरीक़े हमें आते भी नहीं हैं बस दर्द के तन्हाई के अश्कों से सिवा अब आशिक़ यहाँ कुछ और तो पाते भी नहीं हैं जिस तरह के अहबाब ख़ुदा ने दिए 'हैदर' ऐसे मिरे रिश्ते मिरे नाते भी नहीं हैं