ऐसा नहीं कि हम को बुलाया नहीं गया लेकिन बुला के पास बिठाया नहीं गया उस ने भी मेरा हाल कभी पूछा ही नहीं हम से भी अपना दर्द जताया नहीं गया ख़ुद्दारियाँ भरी हैं हमारे मिज़ाज में ख़ुद को गिरा के आगे बढ़ाया नहीं गया हम ने तो रोज़ रोज़ वफ़ा ख़ूब की मगर उन से कभी-कभार निभाया नहीं गया कितने ही मरहलों से गुज़रता रहा हूँ मैं पहले-पहल का प्यार भुलाया नहीं गया दिल तोड़ने में उन के मुक़ाबिल नहीं कोई हम से किसी का दिल भी दुखाया नहीं गया