असर क्या ये तिरी जादू-बयानी का नहीं था मैं भीगी थी मगर एहसास पानी का नहीं था भटक कर अपने क़िस्से से वो तेरे पास आया मगर किरदार वो तेरी कहानी का नहीं था तिरी ख़्वाहिश भी शामिल थी तिरे यूँ डूबने में ये सारा दोष बस दरिया के पानी का नहीं था हवाओं से भी क्या लड़ते वो कश्ती के मुसाफ़िर उन्हें कुछ इल्म भी तो बादबानी का नहीं था मिलेगा क्या अजी बन कर किसी राजा की रानी कोई राजा कभी भी एक रानी का नहीं था तआ'क़ुब में था तेरे ख़ुद समुंदर ऐ नदी पर तुझे एहसास ही अपनी रवानी का नहीं था