अश्कों का अम्बार छुपा है आँखों में यार बहुत आज़ार छुपा है आँखों में फूल सितारे जुगनू तितली और धनक या'नी इक संसार छुपा है आँखों में झाँक के तू ख़ुद इक दिन इन में देख ज़रा कितना तेरा प्यार छुपा है आँखों में मेरी आँखें सब से ज़ियादा हैं अनमोल क्यों कि मेरा यार छुपा है आँखों में एक ज़ुलेख़ा इस में यूसुफ़ ढूँढती है मिस्र का जो बाज़ार छुपा है आँखों में अक्सर आता रहता है सैलाब यहाँ तू आ के बेकार छुपा है आँखों में हम दोनों ने मिल के जिस के ख़्वाब बुने यार वही घर-बार छुपा है आँखों में