आवारा बंजारे सारे सूरज चाँद सितारे सारे इस चकराती धरती पर हैं गर्दिश के तो मारे सारे ख़ुद से जीत न पाया कोई अपने आगे हारे सारे शबनम बादल भाप और आँसू इक दरिया के धारे सारे इक धरती की कोख से पैदा दुख साँझी दुखियारे सारे जो कुछ है झोली में उस की क़ुदरत हम पर वारे सारे ख़ुद कहता है दिल दीवाना दुनिया के ग़म ला रे सारे बोल सुरीले तेरे 'पिंहाँ' सारेगामा गा रे सारे