बदलते रंगों की तस्वीर हो चुका हूँ मैं कुछ ऐसा लगता है तस्ख़ीर हो चुका हूँ मैं बुझा दो मशअलें अब देर हो चुकी यारो ख़ुद अपने पाँव की ज़ंजीर हो चुका हूँ मैं मैं एक ख़्वाब था पहले हक़ीक़तों से परे ज़माना गुज़रा कि ता'बीर हो चुका हूँ मैं उतारा जाएगा मुझ को नई ज़मीनों पर सहीफ़ों के लिए तहरीर हो चुका हूँ मैं मिरा वजूद है इबरत के वास्ते 'काज़िम' किसी गुनाह की ता'ज़ीर हो चुका हूँ मैं