बदले हुए हालात से मायूस न होना इंसान के जज़्बात से मायूस न होना ये रात उसी की है सहर भी है उसी की इस दर्द-भरी रात से मायूस न होना हर दिल से उदासी का भरम तोड़ते रहना मायूस ख़यालात से मायूस न होना माना कि बहुत आग है माहौल में लेकिन इस मुल्क की बरसात से मायूस न होना दुनिया से बहुत आस लगाना नहीं ऐ दोस्त दुनिया की किसी बात से मायूस न होना कुछ लोग ज़रा देर में खुलते हैं किसी से पहली ही मुलाक़ात से मायूस न होना आवारा सवालात की मंज़िल भी है 'वाक़िफ़' दुनिया के जवाबात से मायूस न होना