दर्द देने की इंतिहा रखना दूर जाते हो राब्ता रखना वक़्त सारे भरम भी गर तोड़े मुझ से जारी ये सिलसिला रखना अपने दिल को सनम हमेशा तुम मेरी चाहत से आश्ना रखना याद करना मिरी वफ़ाओं को सामने जब भी आइना रखना प्यार चाहे मिले तुम्हें जितना दिल मोहब्बत में बे-नवा रखना जैसी 'मूसा' को तुम से चाहत है वैसी चाहत सनम सदा रखना