ढल चुकी रात मुलाक़ात कहाँ सो जाओ सो गया सारा जहाँ सारा जहाँ सो जाओ सो गए वहम-ओ-गुमाँ वहम-ओ-गुमाँ सो जाओ सो गया दर्द-ए-निहाँ दर्द-ए-निहाँ सो जाओ कब तलक दीदा-ए-नम दीदा-ए-नम दीदा-ए-नम कब तलक आह-ओ-फ़ुग़ाँ आह-ओ-फ़ुग़ाँ सो जाओ आह अब टूट चला टूट चला टूट चला आह ये रिश्ता-ए-जाँ रिश्ता-ए-जाँ सो जाओ उठ चले दिल के मकीं दिल के मकीं दिल के मकीं लुट गया सारा मकाँ सारा मकाँ सो जाओ