दिखने में है सीधी लड़की By Ghazal << अश्क बहा ले आहें भर ले कड़ी थी धूप तो साया उड़ा ... >> दिखने में है सीधी लड़की लेकिन है वो ज़िद्दी लड़की मुझ को हर दम तड़पाती है अपनी माँ की बिगड़ी लड़की उस पर लिखता ग़ज़लें प्यारी सब कुछ है वो पगली लड़की हम को छोड़ा घर की ख़ातिर या'नी है वो असली लड़की वा'दा था इक संग जीने का मजबूरी में बदली लड़की Share on: