अश्क बहा ले आहें भर ले दिल के बोझ को हल्का कर ले मैं ने तुझ से प्यार किया है जो भी तुझे करना हो कर ले अब वो मुझ को भूल गया है ऐसी बात का कौन असर ले ख़ुश-कामी नायाब हुई है नाकामी से झोली भर ले ग़म-ख़्वारों से घबराता है ऐसे दिल की कौन ख़बर ले कल तू माटी हो जाएगा जितना चाहे आज सँवर ले सब साथी सैराब हुए हैं अब तू भी पैमाना भर ले तुझ को भी ये हक़ है 'सरवर' चाहे जी ले चाहे मर ले