दिल का सुकून आँख का तारा किसे कहें ये सोचना पड़ा है कि अपना किसे कहें ये शोर-ए-इंक़लाब ये नाक़ूस ये अज़ाँ हंगामा कौन सा है तमाशा किसे कहें रहबानियत का जिस्म से फ़सताइयत की रूह किस को रफ़ीक़ ख़ून का प्यासा किसे कहें सब मिलते-जुलते चेहरे हैं दुश्मन भी दोस्त भी क़ातिल किसे बताएँ मसीहा किसे कहें हर ज़र्रा-ए-हक़ीर है हम-दोश मेहर-ओ-माह इस पत्थरों के ढेर में हीरा किसे कहें इतना शुऊ'र दे हमें ख़ल्लाक़ ख़ैर-ओ-शर ख़ार-अो-ज़बूँ है कौन फ़रिश्ता किसे कहें मिलना था जो नसीब से वो मिल गया 'ज़िया' हसरत किसे बताएँ तमन्ना किसे कहें