दिल को तिरी नज़र से बचाया न जा सका तक़दीर के लिखे को मिटाया न जा सका तुम ने हमें भुला दिया दिल से मगर तुम्हें कोशिश के बावजूद भुलाया न जा सका शिकवा नहीं तुम्हारा कि पूछा न तुम ने हाल मेरी ख़ता है मुझ से सुनाया न जा सका कैफ़िय्यत-ए-शराब-ए-मोहब्बत न पूछिए मदहोश हो के होश में आया न जा सका तासीर-ए-इश्क़ कहिए कि बेचारगी-ए-हुस्न उन से मिरा ख़याल भुलाया न जा सका कुछ दिल की धड़कनें भी हैं आह-ओ-बुका के साथ नग़्मा बग़ैर साज़ के गाया न जा सका जो बारयाब-ए-जल्वा-गह-ए-नाज़ हो गया वो सर किसी के दर पे झुकाया न जा सका सद-एहतिमाम-ए-अर्ज़-ए-तमन्ना के बावजूद इक हर्फ़ भी ज़बान पे लाया न जा सका 'तलअ'त' जुनून-ए-इश्क़ में हम ने उठा लिया वो बार जो किसी से उठाया न जा सका