दिल में आ जा दिलबर साईं By Ghazal << कभी मिली जो तिरे दर्द की ... कभी तू ने ख़ुद भी सोचा कि... >> दिल में आ जा दिलबर साईं सूना तुझ बिन ये घर साईं तू क्या जाने इस दूरी में क्या बीती है दिल पर साईं याद ही मेरा सरमाया है तू भी याद किया कर साईं दुख की आँच है धीमी धीमी दुख तो दिल के अंदर साईं उस को मिल जाती है मंज़िल जिस को प्यारा वो दर साईं Share on: