दिल में है अरमान कमसिन के लिए जी रहे हैं सब उसी दिन के लिए ज़र्फ़ पे था मेरे शायद शक उन्हें दोस्तों ने बदले गिन गिन के लिए हम-सफ़र जब कोई भी न मिल सका पैर में चुभते हुए तिनके लिए अस्ल चेहरे देखना चाहो अगर आइने ले आओ बातिन के लिए मौत से जब ज़िंदगी डरने लगे दिन गिनो 'नुसरत' जी उस दिन के लिए