दिल में कितनी वहशत पाली जा सकती है बीच की कोई राह निकाली जा सकती है तेरे छोटे से दिल में मैं क्या आऊँगा लेकिन इक तस्वीर सँभाली जा सकती है ज़ेहन बड़ा सफ़्फ़ाक मुसव्विर हो सकता है साँस तलक ज़ंजीर में ढाली जा सकती है ऐसा हो तो दस्तर-ख़्वान खुला कर देना चुटकी में घर की बद-हाली जा सकती है जिस पर बड़े बड़ों ने हाथ खड़े कर डाले दो होंटों से बात सँभाली जा सकती है वहाँ वहाँ पर दीप जलाने जा सकता हूँ जहाँ जहाँ पर गोली गाली जा सकती है