दिल में तो बहुत कुछ है ज़बाँ तक नहीं आता मैं जितना चलूँ फिर भी यहाँ तक नहीं आता लोगों से डरे हो तो मिरे साथ चले आओ इस रास्ते में कोई मकाँ तक नहीं आता इस ज़िद पे तिरा ज़ुल्म गवारा किया हम ने देखें कि तुझे रहम कहाँ तक नहीं आता एक एक सितारा मिरी आवाज़ पे बोला मैं इतनी बुलंदी से वहाँ तक नहीं आता आँसू जो बहें सुर्ख़ तो हो जाती हैं आँखें दिल ऐसा सुलगता है धुआँ तक नहीं आता