दिल वाहिमों के ख़्वाब के पीछे नहीं गया सैराब था सराब के पीछे नहीं गया बे-चेहरगी अज़ीज़ मगर ख़ाल-ओ-ख़द का ग़म दाग़-ए-जिगर नक़ाब के पीछे नहीं गया रद्द-ओ-क़ुबूल में भी क़नाअत-पसंद था हुस्न-ए-तलब जवाब के पीछे नहीं गया उर्यां है बारगाह-ए-तमाशा में सर-ब-सर शौक़-ए-जुनूँ हिजाब के पीछे नहीं गया इस बार इख़्तियार की आसूदगी चुनी तारा कि महताब के पीछे नहीं गया