दूर होंगी न ये बलाएँ क्या बे-असर जाएँगी दवाएँ क्या हम ने कह तो दिया कि ज़िंदा हैं इस के आगे भी कुछ बताएँ क्या हम तो अपना वजूद हार गए और अब दाँव पर लगाएँ क्या क्या ये कह दें कि हम बहुत ख़ुश हैं आप से झूट बोल जाएँ क्या उस के आगे चली है कब किस की फिर मुक़द्दर को आज़माएँ क्या हाथ ख़ाली थे अब भी ख़ाली हैं फिर तिरे दर से लौट जाएँ क्या आप कहते हैं हम से रोना मत ऐसी हालत पे मुस्कुराएँ क्या