हार में फँस के लटकने में मज़ा क्या है बता बन के मोती तुझे ऐ बूँद मिला क्या है बता जितना ऊँचा हुआ उतना ही अकेला भी हुआ तेरे रुत्बे ने तुझे दोस्त दिया क्या है बता अब कि जब अच्छों की सोहबत में है तू रह आया जिन को समझा था बुरा उन में बुरा क्या है बता बुरे का करते भला तुम तो कोई बात भी थी बुरे के साथ बुरा बन के मिला क्या है बता इन ग़रीबों का मुक़द्दर है किसी और के हाथ इन के हाथों में लकीरों के सिवा क्या है बता न ये वाक़िफ़ तिरी तहज़ीब न बोली से 'सदा' तू ने बच्चों को विरासत में दिया क्या है बता