है और नहीं का आईना मुझ को थमा दिया गया या'नी मिरे वजूद को खेल बना दिया गया मेरा सवाल था कि मैं कौन हूँ और जवाब में मुझ को हँसा दिया गया मुझ को रुला दिया गया मेरे जुनूँ को थी बहुत ख़्वाहिश-ए-सैर-ओ-जुस्तुजू मुझ को मुझी से बाँध कर मुझ में बिठा दिया गया मैं ने कहा कि ज़िंदगी दर्द दिया गया मुझे मैं ने कहा कि आगही ज़हर पिला दिया गया ख़्वाब था मेरा इश्क़ भी ख़्वाब था तेरा हुस्न भी ख़्वाब में या'नी एक और ख़्वाब दिखा दिया गया