हमारे अपने हमें शर्मसार करने लगे हमें ख़बर भी नहीं हम से प्यार करने लगे वफ़ा है आप की झूटी ये माना हम ने मगर बग़ैर सोचे ही हम ए'तिबार करने लगे बेचारा दिल भी था मजबूर और क्या करता तिरे ख़याल उसे बे-क़रार करने लगे ज़रा सी गुफ़्तुगू हम ने भी उन से क्या कर ली वो रिश्ता एक नया इख़्तियार करने लगे हुआ है आने की उन की ख़बर का यूँ जादू कि हम भी उन का बहुत इंतिज़ार करने लगे