हर क़दम रहगुज़र से खेलेगा अब मुसाफ़िर सफ़र से खेलेगा नाव गर डूबती है तो डूबे ना-ख़ुदा तो भँवर से खेलेगा बे-हुनर ले के हाथ में तेशा बा-हुनर के हुनर से खेलेगा शाम होते ही दिल के आँगन में इक परिंदा शजर से खेलेगा 'कैफ़' बच्चों का खेल है दुनिया कौन शम्स-ओ-क़मर से खेलेगा