दरिया पे बारिशों का असर कुछ नहीं हुआ मुझ पर भी साज़िशों का असर कुछ नहीं हुआ दुनिया ने कोशिशें तो बहुत कीं मगर जनाब उन पर सिफ़ारिशों का असर कुछ नहीं हुआ दिल चीर कर भी मैं ने दिखाया उसे मगर ज़ालिम पे ख़्वाहिशों का असर कुछ नहीं हुआ वो मेरे हर सवाल पे पत्थर बना रहा नादाँ पे पुर्सिशों का असर कुछ नहीं हुआ 'संतोष' मैं ने ढूँढा उसे हर दयार में पर मेरी काविशों का असर कुछ नहीं हुआ