हम आप की आँखों में इस दिल को बसा दें तो हम मूँद के पलकों को इस दिल को सज़ा दें तो इन ज़ुल्फ़ों में गूँधेंगे हम फूल मोहब्बत के ज़ुल्फ़ों को झटक कर हम ये फूल गिरा दें तो हम आप को ख़्वाबों में ला ला के सताएँगे हम आप की आँखों से नींदें ही उड़ा दें तो हम आप के क़दमों पर गिर जाएँगे ग़श खा कर इस पर भी न हम अपने आँचल की हवा दें तो