हम अच्छे मज़ामीन को ग़ारत नहीं करते बच्चों की तरह ऐसी शरारत नहीं करते ग़ज़लों की तो हर तरह से करते हैं हिफ़ाज़त भूले से भी नज़्मों की तिजारत नहीं करते ढह जाए जो इक रेत की दीवार की सूरत ता'मीर हवाओं में इमारत नहीं करते सह लेते हैं दानिस्ता भी हालात के धक्के लेकिन शह-ए-जाबिर की सफ़ारत नहीं करते गुज़री जो सदी तेरी थी अब मेरी है मेरी ग़ालिब से ये कहने की जसारत नहीं करते उर्दू के कुछ ऐसे भी सुख़नवर हैं जो 'नाशाद' उर्दू में कलाम अपना इबारत नहीं करते